दिल का दिमाग से
झगड़ा लगाया किसने
पीछे के दरवाज़े से ए..
दबे पाँव आया कैसे
थोड़ा सा कमीना, थोड़ा बेचारा है
इश्क भूत सही पर ये
भूत बड़ा ही प्यारा है..
(ओफ्फो, इसे इसे डांट के भगाऊँ
ओफ्फो, या या सीने से लगाऊँ)-2
सर पे बिठाऊँ या, थप्पड़ लगाऊँ
ओफ्फो.. ओ..ओ..
देखो लेके आया है, पॉकेट में शरारतें
तेरे जैसी हैं ज़रा, आ..
इसकी भी आदतें
ऊपर से गरम है, अंदर से नरम है
थोड़ा शरीफ भी है
थोड़ा, थोड़ा सा बेशरम है, है..है..
(ओफ्फो, इसे इसे डांट के भगाऊँ
ओफ्फो, या या सीने से लगाऊँ)-2
सर पे बिठाऊँ या, थप्पड़ लगाऊँ
ओफ्फो.. ओ..ओ..
हैरत को भी हैरानियाँ होने लगी
अब होश में नादानियाँ होने लगी
बैठे हैं दिल इक दिल्लगी पे हार के
महँगी बड़ी मनमानियाँ होने लगी, लगी..
यारी के बहाने कंधा सहलाता है
फिर मौका मिलते ही ये पर फैलाता है
हाथों के पार ही इसका इशारा है
इश्क भूत सही पर ये
भूत बड़ा ही प्यारा है ऐ..ऐ.. ऐ..
(ओफ्फो, इसे इसे डांट के भगाऊँ
ओफ्फो, या या सीने से लगाऊँ)-2
सर पे बिठाऊँ या, थप्पड़ लगाऊँ
ओफ्फो.. ओ..ओ..
ओफ्फो.. ओफ्फो.. ओफ्फो..